लक्ष्मी देवी (पति रघु बिंद) का अवैध संबंध शंभू बिंद के साथ था और शंभू पहले से शादीशुदा है। लक्ष्मी देवी के गर्भवती होने का पता चलने पर शंभू ने लक्ष्मी देवी को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची। आरोपी ने हमीदपुर गांव में लक्ष्मी देवी की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए अलीपुर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में लाकर फेंक दिया। शव बरामद होने के बाद अलीपुर थाना में केस दर्ज किया गया। महिला की हत्या गोली मारकर की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आशीष भारती में टिकारी एसडीपीओ गुलशन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष गठन किया। टीम में अलीपुर थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह के साथ तकनीकी शाखा के पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया था।
महिला की लाश के पास के पास से दीनदयाल रेलवे जंक्शन से गया स्टेशन तक का रेलवे टिकट और वाराणसी के हॉस्पिटल पर्चा बरामद किया गया था। पुलिस ने दीनदयाल उपाध्याय रेलवे का सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर संदिग्ध की पहचान की और वाराणसी के अस्पताल से संदिग्ध की पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद अपराधी को गिरफ्तार किया। एसएससी ने कहा कि घटना का उद्भेदन और गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस पदाधिकारी और कर्मी को पुरस्कृत किया जाएगा।