Bihar : बंधक बेटे को छुड़ाने के लिए मासूम को सड़कों पर बेचने के लिए निकली मां, तीस हजार में तय हुआ सौदा
मजदूर दंपति के द्वारा लगातार काम करने और कर्ज वसूल नहीं होने के बाद मजदूर दंपति बीते कुछ दिन पहले भट्ठे से किसी तरह बचकर भाग निकला. घर आने के बाद वह अपने परिवार के साथ रहने लगा, लेकिन उस ठेकेदार ने कुछ अन्य मजदूरों का सहयोग लेकर इसके एक 10 वर्षीय बेटे को इसके घर से उठवा लिया और बंधक बना लिया. अपने बेटे को बंधक बनाए जाने के बाद जब उक्त मजदूर के द्वारा ठेकेदार से बात की गई तो उसके द्वारा कहा गया कि करीब 5 गुना पैसा चुकाने के बाद वह उसके बेटे को रिहा करेगा. जिसके बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर परिवार ने बंधक बने अपने बेटे को छुड़ाने के लिए अपनी नवजात बेटी का सौदा करने का मन बना लिया.
अपने बंधक बनाये गये बेटे को छुड़ाने के लिए मजदूर दंपति शुक्रवार को अपनी मासूम बेटी को गोद में लेकर उसे बेचने के लिए झाझा बाजार के सड़कों पर निकल पड़े. इस दौरान झाझा में रहने वाली एक वृद्ध महिला के द्वारा 30 हजार रुपये में उसकी बेटी को खरीदने का सौदा भी तय कर लिया गया. परंतु बच्चे को सुपुर्द करने से पहले कागजी लिखा पढ़ी बीच में आ गई तथा इस पूरे प्रकरण का भांडा फूट गया. जिसके बाद झाझा पुलिस को इसकी सूचना दी गई और पुलिस के द्वारा हस्तक्षेप से मासूम बच्ची को बिकने से बचा लिया गया.
मजदूर परिवार ने बताया कि उक्त ठेकेदार के द्वारा लगातार मेरे बेटे के साथ मारपीट की जाती है और फोन पर उसके रोने की आवाज सुनाई जाती है. उनका 10 वर्षीय बेटा अभी भी कर्जखोरों के चंगुल में ही फंसा हुआ है. उसके परिजनों ने अपने बेटे को भी उनके चंगुल से रिहा कराने की गुहार लगाई है.फिलहाल पूरे घटना की सूचना पुलिस को दी गई है.
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