लहूलुहान स्थिति में सरेह में पीड़िता को छोड़कर दाेनाें आराेपी भाग निकाले। सरेह में दर्द से कराह रही पीड़िता को परिजनों ने घर पर लाया, जहां मुखिया पुत्र ने पीड़िता को शादी कराने के नाम पर दो दिनों तक गांव में रोके रखा और पुलिस को भनक तक नहीं लगने दिया।
दो दिन बाद भरी पंचायत में मुखिया पुत्र मो. जिलानी ने शादी कराने की बात से इनकार कर दिया। लगातार तीन दिनों से रक्तस्त्राव से पीड़ित नाबालिग की हालत गंभीर होते देख परिजनों ने रविवार की सुबह लोगों से छुपते-छुपाते हुए इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पीड़िता की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
पीड़िता लड़की ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि गुरुवार की देर शाम मदरसा से पढ़ाई करके घर वापस लौट रही थी। रास्ते में गांव के ही दो युवक-जुबैर राईन व नौशाद राईन ने पकड़कर मुंह बांध दिए।
इसके बाद बंसवारी में खींच ले गए और हवस का शिकार बनाया। इसी बीच उसके भाई ने देख लिया और उसके शोर मचाने पर स्वजन दौड़े। बात बढ़ी तो पंचायती में मामला रफा-दफा करने का सुझाव दिया गया।
लोकलाज के चलते लड़की की शादी उसमें से एक लड़के से करा देने को कहा गया। स्वजन भी मान गए। घटना के तीसरे दिन तक आरोपित पक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुआ। पीड़िता की स्थिति लगातार बिगड़ रही थी। मामला पुलिस तक पहुंच गया है। अभी छानबीन चल रही है, प्राथमिकी दर्ज होने का इंतजार है।