यह खतरे के निशान 45.73 मीटर से बढ़कर 46.55 मीटर हो गया है। जिससे नदी की पेटी में रहने वाले दर्जनों घरों में दोबारा पानी घुस गया है। नदी की पेटी में मगरदही की तरफ रहने वाले राजा पासवान ने बताया कि बीते एक सप्ताह में नदी का जलस्तर एक मीटर से ज्यादा बढ़ गया है। जिससे पेटी के निचले भाग में पानी आ गया है।
दर्जनों झोपड़ी दोबारा आधे तक पानी में डूब गए हैं। एक बार फिर हमलोंगों को सहारा बाइपास ही बना हुआ है। पानी व धूप इसी पर काट लिए। खाना-पीना भी सड़कों पर बन रहा है। अब लगता है कि अगले एक माह फिर से बाइपास पर ही काटना होगा।