2020/06/02

Shivhar News प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के द्वारा भुगतान को लेकर लटकाने,भटकाने पर आशा व फैसिलिटेटर पहुंची अनुमंडल कार्यालय

BIHAR-SHIVHAR -पिपराही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यरत आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलिटीरो को कार्यों के अनुरूप राशि नहीं मिलने के कारण तकरीबन 37 आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलिटीर अनुमंडल पदाधिकारी को शिकायत करने पहुंची हैं।

सरिता तिवारी , समीना खातून बसहिया शेख, सुमांती देवी, सुमन कुमारी, ममता देवी ,सुनीता देवी, आशा देवी मेसौढा, अमोला पाठक अंबा दक्षिणी, मीरा देवी, अलका कुमारी मंजू देवी मीनापुर बलहा, प्रेमशिला भारती कुआमा सहित 37 आशा एवं फैसिलिटीरो ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर युक्त आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी को देने पहुंचे हैं।

आवेदन में बताया गया है कि पिपराढी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 15 वर्षों से कार्य कर रहे हैं, कार्स के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सभी मीटिंग एवं सर्वे जो सरकार का दिशानिर्देश होता है उन लोगों का हम पूरा पालन करते हुए कार्य करते हैं जब राशि की मांग की जाती है वहां के लेखापाल ,प्रबंधक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के द्वारा लटकाया एवं भटकाया जाता है।

आवेदन में बताया गया है कि बिहार सरकार के द्वारा हम लोगों को प्रोत्साहन राशि देने की बात किया गया था सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग भुगतान भी हो गया है लेकिन पिपराढी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कुल 4 फैंसिलेटर है जिनमें 1 फैसिलेटर सहित उनके सभी आशा को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया गया बाकी तीन फैसिलेटर यानी लगभग 60 आशा कार्यकर्ता को भुगतान किस लिए रोका गया है समझ में नहीं आ रहा है।

आवेदन में बताया गया है कि हम लोगों को शीघ्र भुगतान दिलाया जाए तथा कार्यालय के द्वारा हो रहे प्रताड़ना को रुकवाया जाए, वहीं इस आवेदनों की निष्पक्ष करते हुए जांच के दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी मांग की गई है।

गौरतलब हो कि पूर्व में भी आशा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पिपराढी को दावा प्रपत्र पेश किया था जिसमें बताया था कि आशा फैसिलिटेटर अप्रैल 2018 से फरवरी 2020 तक दावा प्रपत्र जमा किया जिसमें एक फैसिलेटर मीना देवी के सभी आशा का दावा प्रपत्र की राशि प्रतिमाह 2000 जोड कर राशि खाते में भेजा गया और 3 फैसिलेटर उषा सिंह ,सुनीता देवी तथा मंजू देवी को किस कारण से राशि नहीं दिया गया जांच कर बताने की मांग भी की गई थी, परंतु इसकी भी जांच नहीं की गई जिस कारण आशा एवं फैसिलिटर अनुमंडल कार्यालय न्याय के लिए पहुंची है।