बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एवं कैबिनेट मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव मुख्यमंत्री के संग पटना से तथा राज्य सरकार के मंत्री श्रवण कुमार एवं राम नारायण मंडल क्रमशः नालंदा और बांका एनआईसी से वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा लिया वहीं पटना में मौके पर मुख्य सचिव दीपक कुमार , कृषि सचिव डॉ. एन सरवन कुमार , जल संसाधन सचिव संजीव हंस , आपदा प्रबंधन के सचिव प्रत्यय अमृत , स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समेत सम्बंधित विभागों के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
उधर राज्य भर के जिला पदाधिकारी भी अपने सहयोगी अधिकारियों के साथ जिला मुख्यालय स्थित एनआईसी से वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा लिया और मुख्यमंत्री के निर्देशों को आत्मसात कर उसे अक्षरशः धरातल पर उतारने का संकल्प व्यक्त किया।
जमुई एनआईसी में जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार , मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआईजी मनु महाराज , एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनु , एडीएम कुमार संजय प्रसाद , वरीय उप समाहर्ता भारती राज एवं डीआईओ राकेश कुमार उपस्थित होकर समीक्षा बैठक में जरूरी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और प्राप्त निर्देशों को प्राथमिकता के तौर पर लागू किये जाने के लिए कटिबद्धता दिखाई।
मैराथन वीडियो कांफ्रेंसिंग में कृषि , पेयजल , सिंचाई , पशुपालन , स्वास्थ्य , आपदा प्रबंधन आदि विषयों को विस्तार से परिभाषित किया गया तथा इससे सम्बंधित समस्याओं और इसके निदान के लिए किए जा रहे तैयारी की समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले कई सालों से बिहार बाढ़ और सुखाड़ का दंश झेल रहा है। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि कृषि विभाग , जल संसाधन विभाग , मौसम विभाग , आपदा प्रबंधन विभाग , पशुपालन विभाग , स्वास्थ्य विभाग समेत हर सम्बंधित विभाग समय पूर्व आवश्यक तैयारी कर लें ताकि सही समय पर समस्याओं से निपटा जा सके।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जल संसाधन विभाग ने बाढ़ और सुखाड़ से निपटने के लिए बनाई गई विभागीय योजनाओं की जानकारी दी वहीं कृषि विभाग ने वर्षापात , खरीफ फसल आच्छादन , फसल सहायता योजना , डीजल अनुदान , आकस्मिक फसल योजना आदि को परिभाषित किया और इससे सम्बंधित तैयारी की जानकारी दी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में पशुपालन विभाग की चर्चा करते हुए बताया गया कि पशु चिकित्सालयों को दवा एवं अन्य जरूरी सामग्री से लैस किया जा रहा है। विभाग ने सूखा चारा , दाना , पशु राहत शिविर की स्थापना आदि पर प्रकाश डाला और इसके महत्व को रेखांकित किया।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस के मद्देनजर बाढ़ और सुखाड़ से निपटने के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और इसकी समय पूर्व तैयारी किये जाने का संकल्प व्यक्त किया।
Dm धर्मेंद्र कुमार ने जमुई एनआईसी से बाढ़ और सुखाड़ से सम्बंधित बैठक में हिस्सा लेते हुए जमुई जिला की वर्त्तमान स्थिति का खाका प्रस्तुत किया। उन्होंने मौके पर कहा कि विषम परिस्थितियों का सामना करने के लिए यथोचित योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने नदियों का जलस्तर , भूगर्भ जल स्तर , बिजली आपूर्ति , डीजल अनुदान , चापाकल की स्थिति आदि की विस्तार से जानकारी दी और इस दिशा में ठोस पहल किये जाने की बात कही।
उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों को प्राथमिकता के तौर पर कार्यान्वित किये जाने का संकल्प व्यक्त किया।कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने के बाद बाढ़ और सुखाड़ से सम्बंधित वीडियो कांफ्रेंसिंग संपन्न हो गया।