तभी पुलिस के साथ पहली पत्नी पहुंच गई। इसके बाद पूरा मंजर ही बदल गया। पुलिस ने दूल्हा बने शख्स और दुल्हन बनी लड़की को थाने लेकर चली आई।
दरभंगा के प्रसिद्ध माँ श्यामा मंदिर में बुधवार की देर शाम शादीशुदा युवक अपनी दूसरी शादी कर रहा था।
इस बात की जानकारी जब पहली पत्नी के स्वजनों को लगी तो मंदिर पहुंचकर पुलिस को इस बात की सूचना देते हुए हंगामा करने लगे।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर शादी को तत्काल रुकवाते हुए आरोपित के साथ ही पहली पत्नी व उनके परिजन को थाने ले आई, जिसके बाद हंगामा खत्म हुआ।
फिलहाल पहली पत्नी के स्वजनों के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर अनुसंधान में जुट गई है।
दरअसल, विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के कैदराबाद निवासी बैजनाथ साह की पुत्री चन्दा देवी की शादी लहेरियासराय थाना क्षेत्र के भटियारीसराय मुहल्ला निवासी महावीर साह के पुत्र विक्रम साह के साथ 1997 मे हिन्दू रीतिरिवाज के साथ संपन्न हुई।
शादी के वक्त लड़की पक्ष ने दहेज के रूप में पाँच लाख रुपया का सामान, सोने एवं चाँदी का जेवर, फर्नीचर, कपड़ा के साथ ही 2 लाख नगद रुपया देकर चन्दा को ससुराल के विदा किया।
शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुराल पक्ष के लोग शादी में अच्छा दहेज़ न मिलने का ताना देने लगे और मायके वालों से पाँच लाख रुपया मांगने का दबाब बनाने लगे।
वहीं चन्दा ने इस बात की जानकारी अपने परिवार वाले को दि। दोनों पक्षों ने वार्ता कर एक लाख रुपया देकर बात को खत्म कर दिया।
लेकिन कुछ दिन बाद फिर से मारपीट एवम गली गलौज की जाती रही।
लेकिन चन्दा सभी प्रताड़ना को बर्दाश्त कर रहने लगी। उसी क्रम में चन्दा और विक्रम साह से दो बच्चे 'पुत्र रुपेश कुमार और पुत्री राज लक्ष्मी कुमारी' हुई।
लेकिन ससुराल पक्ष के व्यवहार में किसी प्रकार का बदलाव नही आया। दहेज़ की मांग को लेकर मार पीट करता तथा चन्दा का खाना पीना बंद कर देता एवम दूसरी शादी कर लेने की धमकी देता।
वहीं चन्दा के भाई अमर कुमार ने बताया कि मारपीट, दहेज एवं शादी की धमकी की बात को लेकर 2015 में एक पंचायत हुआ। जिसमें मेरे जीजा विक्रम साह और उनके पिता के द्वारा एक बांड भी बनाया गया था।
जिसमें उन्होंने लिखित दिया था कि आगे वो लोग ऐसी हरकत नहीं करेंगे और न ही दूसरी शादी करेंगे।
लेकिन वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तथा 22 फरवरी 2022 को दहेज की मांग को लेकर मेरी बहन को मेरे जीजा विक्रम साह और उसके पिता महावीर साह ने पीटा था।