जानकारी के अनुसार, राठ कस्बे के पठानपुरा इलाके में रहने वाले युवक आशीष का इलाके की ही रहने वाली युवती ख्याति से बीते काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन जाति बंधन की दीवार आड़े आ रही थी। जिससे परिजन शादी करने को तैयार नहीं थे।

बीते दिन छात्रा अपने पिता के साथ परीक्षा देने के लिये राठ कस्बे के एक महाविद्यालय में गई थी। पिता के जाते ही वह परीक्षा छोड़ कोतवाली पहुंच गई। वहीं उसका प्रेमी आशीष भी कोतवाली में मौजूद था। प्रेमी युगल ने बालिग होने का हवाला देते हुए कोतवाली पुलिस से शादी कराने की गुहार लगाई।

पुलिस ने दोनों के परिजनों को कोतवाली में बुला लिया। जहां युवती के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं हुए। प्रेमी प्रेमिका के बालिग होने पर पुलिस ने दोनों को जाने दिया। दोनों ने नगर के शक्ति मंदिर पहुंच कर शादी कर ली। जिसके बाद युवक के परिजन उन्हें अपने साथ ले गए।
वहीं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक भरत कुमार ने बीएससी की छात्रा परीक्षा छोड़कर थाने आई थी। वो अपने प्रेमी से शादी करने की जिद पर अड़ी थी। उन्होंने बताया कि युवक व युवती बालिग हैं। उन्हें अपने जीवन संबंधी निर्णय लेने का अधिकार है। बताया कि दोनों की सहमति पर उन्हें युवक के परिजनों को सौंप दिया गया है।