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यूक्रेन में फंसी है बिहार की मेडिकल छात्रा शिवांगी रंजना

DESK : यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच शिवहर की बेटी शिवांगी रंजना भी यूक्रेन के खारकिव शहर में फंस गई है। वह खारकिव शहर स्थित वीएन कराजिल यूनिवर्सिटी के बंकर में छिपी में है। चार दिनों से उसने कुछ खाया-पिया नहीं है। उसके पास खाने-पीने के सामान भी नहीं है। चार दिनों से उसकी जिदगी बंकर में सिमटकर रह गई है। इतना ही नहीं दूर-दूर तक उसे वतन वापसी की उम्मीद नहीं दिख रही है। जबकि, इन दिनों खारकिव शहर पर लगातार मिसाईल से हमले हो रहे है। लगातार बम विस्फोट से इलाका थर्रा रहा है। बाहर निकलने पर प्रतिबंध है। मोबाइल नेटवर्क का भी बुरा हाल है। 

यूक्रेन-रूस जंग के बीच खारकिव में फंसी शिवांगी रंजना रो-रोकर अपने माता-पिता को दर्द बयां कर रही है। जैसे-तैसे मोबाइल पर फोन कर माता -पिता से बातकर हिदुस्तान लौटने की गुहार लगा रही है। शिवांगी के अनुसार जल्द ही वतन वापसी नहीं हुई तो वह यूक्रेन के लोगों की तरह जंग में मारी जाएगी। धमाका यूक्रेन में हो रहा है जबकि दहल रहे है शिवहर में रह रहे स्वजन। शिवांगी के पिता सत्येंद्र कुमार सिंह और मां रागिनी कुमारी का बुरा हाल है। सत्येंद्र कुमार सिंह ने यूक्रेन में बेटी के फंसे होने की जानकारी देते हुए शासन-प्रशासन से अपनी बेटी की सकुशल रिहाई की मांग की। 

बताया कि बेटी के अनुसार यूक्रेन में जितने लोग युद्ध में मारे जाएंगे, उससे अधिक लोग भूखे-प्यासे मर जाएंगे। बताते चलें कि शिवांगी रंजना मूल रूप से शिवहर जिले के पुरनहिया प्रखंड के बैरिया वार्ड नौ की रहने वाली है। शिवांगी रंजना के पिता सत्येंद्र कुमार सिंह पुरनहिया उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात है। जबकि मां रंजना कुमारी प्राथमिक विद्यालय बैरिया चमरटोली की प्रधानाध्यापिका है। एक पुत्र सौरभ छोटा है। जबकि, शिवांगी रंजना यूक्रेन के वीएन क्राजिल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस पांचवे वर्ष की छात्रा है। वह वर्ष 2017 से यूक्रेन में रह रही है।

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