2021/07/15

समस्तीपुर में बेखौफ अपराधियों का तांडव,दिनदहाड़े सीएसपी कर्मी को गोली मारकर की हत्या

SAMASTIPUR : समस्तीपुर में 44 दिन बाद अपराधियों ने एक बार फिर सीएसपी संचालन से जुड़े कर्मी को अपना निशाना बना ही लिया। बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े सिघिया में सीएसपी कर्मी नीतीश की हत्या कर दो लाख से अधिक की राशि लूट ली। इस बार भी अपराधियों ने पुलिस चौकसी को ठेंगा दिखाकर भीड़ भरे इलाके में सरेआम घटना को अंजाम दे डाला। ऐसा लगा बदमाशों को पुलिस और कानून का भी कोई भय नहीं रहा। 

बुधवार को सीएसपी कर्मी की हत्या कर उससे लूट के बाद जिस तरह अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। ठीक उसी अंदाज में 7 जून को सरायरंजन थाना के झखड़ा गांव के निकट बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े लूटपाट के दौरान सीएसपी संचालक सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, 19 मई को मोहिउद्दीनगर के सिवैसिगपुर में लूटपाट का विरोध करने पर सीएसपी कर्मी प्रशांत कुमार को गोलियों से भून डाला था।

 44 दिन बाद जिले में दिनदहाड़े हुई इस तरह की घटना से कैश ट्रांजेक्शन से जुड़े लोग सकते में हैं। पुलिस अधिकारियों की चौकसी का दावा करने के बाद भी लगातार वारदात कर रहे बदमाश इकबाल को चुनौती दे रहे हैं।

अपराधियों के निशाने पर सीएसपी संचालक व फाइनेंस कर्मी जिले में कैश ट्रांजेक्शन से जुड़े सीएसपी संचालक व फाइनेंस कर्मी अपराधियों के निशाने पर हैं। 44 दिन बाद एक बार फिर अपराधियों ने नगदी कारोबार करने वाले लोगों के माथे पर पसीना ला ही दिया। इसके पूर्व जून और मई महीने में भी ऐसी ही घटना घटित हो चुकी है। इसके पूर्व अपराधियों ने लूटपाट के दौरान दो सीएसपी संचालक की गोली मारकर हत्या भी कर दी। 

इसके पूर्व भी जिले में में कई सीएसपी संचालक व फाइनेंस कर्मियों की हत्याएं हो चुकी है। वर्ष 2019 के 09 अक्टूबर को अपराधियों ने बिथान थाना क्षेत्र के धरहरवा बेलारी गांव के बीच लूटपाट के दौरान भारत फाइनेंस कंपनी के कर्मी मघेपुरा जिला के सहदेव कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके पास से 4 लाख 68 हजार रुपये लूट लिए। वहीं, वर्ष 2020 में 8 अक्टूबर को ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर में बदमाशों ने सीएसपी संचालक सोंगर गांव के जितेन्द्र गिरि की हत्या गोली मारकर कर दी थी।

 लूटपाट के दौरान विरोध करने पर एक दर्जन से अधिक सीएसपी संचालक व फाइनेंस कर्मी फायरिग में जख्मी हो चुके हैं। अपराधी लगातार सीएसपी संचालक व फाइनेंस कर्मियों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन पुलिस इन आपराधिक वारदातों में अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है।