दरअसल बीते 26 फरवरी को भागलपुर जिले के गोपालपुर थानाक्षेत्र करारी तीनटंगा के रहने वाले 13 वर्षीय हरिओम कुमार नाव से गिरकर गंगा में डूबने से लापता हो गया था। काफी खोजबीन करने के बाद भी शव बरामद नहीं होने पर हरिओम के पिता लेरू यादव ने घटना के संदर्भ में गोपालपुर थाना में सूचना भी दी थी।
इसके कुछ दिनों बाद कुर्सेला थाना क्षेत्र के खेरिया घाट पर एक किशोर का शव बरामद हुआ। खेरिया में दूरदराज के सगे संबंधियों ने शव देखकर इसकी सूचना हरिओम को दी। पिता कुछ ग्रामीणों के साथ गोपालपुर थाने को सूचना देते हुए कुर्सेला के खेरिया घाट पहुंचे और शव की शिनाख्त की।
लगातार छह दिनों तक पानी में रहने के कारण शव की स्थिति फूल कर पूरी तरह से कंकालनुमा हो गई थी। घटनास्थल पर कुर्सेला तथा गोपालपुर पुलिस पहुंची, परंतु अमानवीय व्यवहार करते हुए दोनों थाना की पुलिस बिना शव को अपने कब्जे में लिए वहां से निकल पड़ी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराना भी जरूरी नहीं समझा।
एक तो बेटा खोने का गम और ऊपर से पुलिस के इस व्यवहार से आहत पिता ने करुण क्रंदन करते हुए किसी तरह से शव को एक बोरे में भरकर लगभग तीन किलो मीटर पैदल चले और कुर्सेला थाना पहुंचे। यहां से उन्होंने गाड़ी की और पोस्टमार्टम के लिए शव को गोपालपुर थाना लेकर गए।