नगरह गांव में कैलाश सिंह के घर पर शुक्रवार को कथा हुई थी, जिसका प्रसाद गांव के लोगों ने खाया था। शाम 7:00 बजे अचानक लोगों को उल्टी-दस्त होने लगा। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान कैलाश सिंह की स्थिति ज्यादा गंभीर देख उन्हें पटना रेफर कर दिया गया था।
70 वर्षीय गोविद प्रसाद सिंह किसी कार्य से नवगछिया बाजार आए थे, वहां पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। स्थानीय लोगों ने उन्हें गांव पहुंचाया, जहां पर उनका इलाज प्रारंभ किया गया। ग्रामीण सुनील सिंह, शरद योगी, सुबोध सिह, डॉ. नारायण सिंह एवं डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि प्रसाद खाने के कुछ घंटे बाद ही सभी की तबीयत खराब होने लगी। सभी फूड प्वाइजनिग के शिकार हो गए। लोगों को उल्टी-दस्त होने लगा।
महिला-पुरुष और छोटे-छोटे बच्चों की स्थिति उल्टी-दस्त से खराब होने लगी थी, लेकिन बीमार लोगों की संख्या बढ़ने के कारण शनिवार को सिविल सर्जन को इसकी जानकारी दी गई।
इसके बाद नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी को टीम के साथ गांव भेजा गया, जहां पर चिकित्सा व्यवस्था के तहत उसकी जांच पड़ताल की गई।
ग्रामीणों ने बताया कि किसी भी तरह की दवा चिकित्सकों की टीम द्वारा नहीं ले आने के कारण टीम को वापस कर दिया गया। वहीं, अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि हम लोगों ने अपने स्तर से जांच की, जिसमें एक ही व्यक्ति बीमार था। उसे अनुमंडल अस्पताल लाया गया।