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बिहार पुलिस की लापरवाही:बिना पोस्टमार्टम के ही दफना दिया शव, परिजनों ने शव को मिट्टी से निकाला और सदर अस्पताल भेज दिया

NALANDA: नालंदा से इस वक्त पुलिस की लापरवाही की बड़ी सूचना सामने आ रही है, जहां पुलिस ने शव को बिना पोस्टमार्टम किए दफना दिया और निश्चिंत हो गए। मृतक की तलाश में जब परिजन राजगीर थाना पहुंचे तो पुलिस मामले को छुपाने में लग गई। 

परिजनों ने जब थाना में जमकर हंगामा मचाया तो पता चला पुलिस ने ना तो शव का पोस्टमार्टम कराया और ना ही परिजनों का इंतजार ही किया। आनन-फानन में शव को पास के जंगल में जाकर दफना दिया। 

घटना राजगीर थाना क्षेत्र की है, जहां परिजनों ने मृतक का शव जय प्रकाश उद्यान के पास से बरामद किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया।

मृतक नवादा के नारदीगंज थाना क्षेत्र के हड़िया गांव निवासी 70 वर्षीय नरेश सिंह थे। सड़क हादसे में उनकी मौत की बात कही जा रही है। उनके पुत्र कुंदन सिंह ने कहा कि पिताजी कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने के लिए सोमवार को राजगीर आए थे।

 वापस नहीं लौटने पर परिजन राजगीर आकर उनकी तलाश में जुटे थे। इसी दौरान एक सड़क दुर्घटना में बुजुर्ग की मौत का पता चला, जिसके बाद वह राजगीर थाना पहुंचे।

परिजनों ने शव को पहचान के आधार पर निकाला और बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने बगैर पोस्टमार्टम के शव को दफना दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को 72 घंटे तक पहचान के लिए सुरक्षित रखना होता है, लेकिन राजगीर पुलिस ने आनन-फानन में इसे पहले ही दफना दिया।


 जब तक वहां परिजन पहुंचे शव को पुलिस दफना चुकी थी।मृतक के भतीजा प्रहलाद सिंह ने बताया कि उनके चाचा की मौत कैसे हुई, ये किसी को पता नहीं है। काफी खोजबीन के बाद जब हमलोग राजगीर थाना पहुंचे तो पुलिस वालों ने पहले कुछ भी बताने में आनाकानी की, फिर जब मामला तूल पकड़ने लगा तो उन्होंने चाचा की लाठी और लुंगी दी। इसके बाद ही मृतक की पहचान हो पाई।

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