2020/11/07

समस्तीपुर में लोकतंत्र के महापर्व का दिखा उत्सवी रूप, खूब बजे बजे ढोल-मंजीरे

BIHAR-SAMASTIPUR-कहते हैं कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। जनतंत्र की जड़ों को महफूज और मजबूत बनाए रखने के लिए उत्सवी माहौल में इसमें शरीक होना चाहिए। बिहार विधान सभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के मतदान के दौरान समस्तीपुर विघानसभा क्षेत्र के कोरबद्धा में इसे अक्षरश: सत्य होता नजारा सामने आया। यहांं बच्चों के साथ युवाओं की एक गीत मंडली मतदान के लिए लोगों को प्रेरित करती नजर आई।

गाजे-बाजे के साथ जमी थी टोली

मतदान को लेकर उत्साहित ये वाद्य और गायन कलाकार ढोलक, मंजीरे, हारमोनियम लिए संगीत की धुन पर मस्त थे और वोटों से मतदान में भाग लेने के लिए तैयार किए गए गीत के बोल से हर आने-जाने का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। ये मतदाताओं को वोट डालने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे थे।

मंडली में तकरीबन एक सौ वर्षीय नित्यानंद ठाकुर भी शामिल-खास बात है कि इस मंडली में कोरबद्धा गांव के तकरीबन एक सौ वर्षीय नित्यानंद ठाकुर भी शामिल थे। उन्होंने खुद व्हील चेयर पर बैठकर संत कबीर महाविद्यालय मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया। साथ ही लोगों को भी मतदान के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने मताघिकार का प्रयोग करना चाहिए, ताकि सक्षम और सशक्त लोकतंत्र की स्थापना हो सके।

दिव्यांग मतदाताओं ने भी उत्साह से लिया हिस्सा

चाहे ह_ा-क_ा नौजवान हो या वृद्ध, दिव्यांग, सभी का उत्साह लोकतंत्र रूपी इस महायज्ञ में देखने को मिला। वोट रूपी अपनी आहूति सभी ने दी।

कल्याणपुर के भगवानपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय मतदान केंद्र संख्या 55, 55 क और 56 ए पर दिव्यांग मतदाता कमलेश कुमार राय बड़े उत्साह से मतदान केन्द्र पर पहुंचे थे। 

ट्राई साइकिल से उतरकर उन्होंने अपने मतदान केंद्र संख्या 56 ए पर पहुंचकर अपना मतदान किया। उंगली में लगी स्याही को दिखाते हुए इतने खुश थे, मानों उन्होंने अपनी इच्छा पूरी कर ली हो।

पौत्र के साथ पहुंचे थे वोट डालने

वहीं आदर्श मध्य विद्यालय बरहेता मतदान केंद्र संख्या 53 पर 86 वर्षीय छिलेश्वर प्रसाद देव अपने पौत्र के साथ उत्साहित होकर मत देने के लिए पहुंचे।

लाठी के सहारे मत गिराने पहुंचे

पंचायत भवन फूलहारा मतदान केंद्र संख्या 187 पर दिव्यांग उपेंद्र झा लाठी के सहारे मत गिराने के लिए पहुंचे थे। वही दूसरे दिव्यांग विपिन कापर ने भी बड़े उत्साह से मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं सिमरिया गांव के एक युवा सामंत कुमार ने बताया कि विकास के नाम पर अधिकतर युवाओं ने मतदान किया है।