BIHAR-MUZAFFARPUR-लॉक डाउन की अवधि में बाहर से आए हुए लोगों को रोजगार देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा मैप तैयार किया गया है ।इसके तहत सभी प्रकार की योजनाओं में प्रवासी मजदूरों को स्किल के हिसाब से तरजीह मिलेगी। प्रवासियों को जिला उद्योग केंद्र व श्रम विभाग के तालमेल से रोजगार उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी गई है जिसे मूर्त रूप देने के लिए आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में MUZAFFARPUR DM डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की गई ।
इस दौरान DM ने बाहर से आये हुए मजदुरो को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में सभी अधिकारियों से उनकी प्लानिंग भी जानी। बैठक में श्रम अधीक्षक द्वारा बताया गया कि बाहर से आए हुए 27534 लोगों का स्किल सर्वे किया गया है ।इसमें कुशल श्रेणी के कामगारों में मुख्य रूप से कारपेंटर, दर्जी, ड्राइवर ,इलेक्ट्रीशिय, राजमिस्त्री, पेंटर, वाहन मैकेनिक ,सेल्समैन, फ्लोर टाइल्स मिस्त्री, लोहे से कृषि यंत्र बनाने वाले कर्मकार, दर्जी इत्यादि शामिल है। इसके अतिरिक्त अकुशल कामगारों की भी संख्या सूची में दर्ज है। जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों को निर्देश दिया कि मजदूरों को उनके स्किल के अनुरूप रोजगार मुहैया कराई जाए। निर्देश दिया गया कि बाहर से आए हुए महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ें।जीविका द्वारा बताया गया कि ऐसे 2676 महिलाओं की सूची प्राप्त हुई है जिन्हें जल्द ही विभिन्न स्वयं सहायता समूह से जोड़ दिया जाएगा ताकि समूह के माध्यम से वे अपने जीविकोपार्जन का कार्य कर सकें ।वही उद्योग विस्तार पदाधिकारी ने बताया कि श्रम विभाग के पोर्टल पर जिले के विभिन्न संस्थाओं/ इकाइयों द्वारा लगभग 35000 वैकेंसी अपलोड की गई है। उन्होंने कहां कि विभिन्न सरकारी विभागों को उनके डिमांड के अनुरूप तथा प्रवासी मजदूरों के हुनर को देखते हुए लगभग 12000 की सूची उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग द्वारा बाहर से आए हुए लोगों को रोजगार सृजन की दिशा में गंभीरता पूर्वक कार्य किया जा रहा है।बताया कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति ,जनजाति/ अत्यंत पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना के तहत जो प्रवासी श्रमिक इंटर पास है उनसे संपर्क कर आवेदन प्राप्त किया जा रहा है ताकि उन्हें रोजगार मुहैया कराई जा सके। साथ ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत आठवां पास योग्यताधारी श्रमिकों को रोजगार सृजन के दिशा में कार्य किया जा रहा है। लॉक डाउन की स्थिति में 1 अप्रैल से अब तक कुल 18000 मजदूरों को जॉब कार्ड निर्गत किया गया है ।वहीं पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि लगभग 163 प्रवासी मजदूरों को पीएचईडी के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों में रोजगार प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त खनन विभाग में 689 मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में गंभीरता पूर्वक कार्य किया जा रहा है ।इसके अतिरिक्त भवन निर्माण विभाग ,पथ निर्माण विभाग ,ग्रामीण विकास विभाग तथा अन्य विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर रोजगार सृजन के दिशा में उठाए गए कदम से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पंचायती राज विभाग के अंतर्गत क्रियान्वित किए जा रहे हैं हर घर नल का जल /गली नली आदि योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रवासी मजदूरों की सहभागिता हर हाल में सुनिश्चित की जाए। इस आशय का निर्देश सभी पंचायतों के मुखिया को भी प्रेषित कर दी जाए कि प्राथमिकता के आधार पर वे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराएं साथ ही कितनो को काम दिया गया है म उसकी सूची भी उनसे ली जाय। बैठक में रेडीमेंट गारमेंट उद्यमी संघ के संयोजक अशोक भारती ने टेक्सटाइल एवं रेडीमेड गारमेंट्स संबंधित कलस्टर निर्माण की संभावना को लेकर अपनी बात रखी ।आने वाले दिनों में इस संबंध में चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ मीटिंग की जा सकती है। बैठक में उप विकास आयुक्त के साथ सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी एवं विष्णु कांत झा ,नर्मदेश्वर चौधरी सदस्य रेडीमेड गारमेंट उद्यमी संघ उपस्थित थे।