मुजफ्फरपुर जिला के डीएम ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ प्रवासी कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु बैठक की। उन्होंने प्रवासियों के स्किल मैपिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया तथा रोजगार हेतु आगे की संभावनाओं के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।इस उद्देश्य से क्वॉरेंटाइन सेंटर में आने वाले सभी प्रवासियों की स्किल मैपिंग लगातार कराई जा रही है। यह कार्य महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र एवं श्रम अधीक्षक के अनुश्रवण में लगातार कराया जा रहा है। अब तक मुजफ्फरपुर जिला में लगभग 10 हजार प्रवासियों की स्किल मैपिंग कराई गई है। इनमें से कुशल एवं अकुशल श्रेणी के कामगार शामिल हैं
कुशल श्रेणी के कामगारों में मुख्य रूप से कारपेंटर, दर्जी, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, पेंटर, राजमिस्त्री, सेंट्रिंग मिस्त्री, फ्लोर टाइल्स मिस्त्री वाहन मैकेनिक, सेल्समेन, लोहे से कृषि आधारित यंत्र बनाने वाले कर्मकार, प्रिंटिंग प्रेस से संबंधित कामगार, दर्जी आदि शामिल हैं।
इनमें से स्वरोजगार के लिए इच्छुक लोगों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ी जाति उद्यमी योजना, मुद्रा योजना आदि के तहत अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के द्वारा ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है तथा उनसे लगातार संवाद स्थापित कर उनके क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उन्हें संबंधित कार्यालय के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कराया जाएगा एवं स्वरोजगार हेतु ऋण उपलब्ध कराने के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी।