संपूर्ण राशि का उठाव कर लिया गया और नल-जल चालू नहीं किया गया। जब लोगों ने शिकायत किया तो आनन-फानन में किसी तरह जलापूर्ति किया गया। तब से लेकर हमेशा यह खराब होते रहा है। कभी मोटर का खराब होना, कभी पाईप का फट जाना तो कभी बिजली का कट जाना। पहले सभी परिवारों से 30-30 रुपये वसूली कर गड़बड़ी दूर कर काम चलाया जाता था। बीच-बीच में चंदा वसूली कर भी मरम्मत कराया जाता था लेकिन अब बिजली का बकाया अधिक होने से बिजली काट दिया गया है। जलापूर्ति महीने भर से बंद है।
ग्राम वासियों के शिकायत पर मामले की जांच को पहुंचे भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि जब कार्यपालक पदाधिकारी से इसकी शिकायत की गई तो वे पीएचईडी के जेई के यहां जाने को बोल दिये, जब जेई से शिकायत की गई तो वे बीडीओ के यहां भेज दिए। तीनों अधिकारी पहले-दूसरे एवं तीसरे पर फेंक-फेकौअल करते रहे लेकिन जलापूर्ति शुरू नहीं हुआ।
ऐसे मामले नगर परिषद के अन्य कई वार्ड में है और इसके खिलाफ 30 सितंबर को नगर परिषद कार्यालय पर भाकपा माले एवं खेग्रामस द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए लिखित स्मार-पत्र अनुमंडलाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी को सौंप दिया गया। माले नेता ने ताजपुर वासियों से उक्त कार्यक्रम में भाग लेकर सफल बनाने की अपील की है। मौके पर भाकपा माले के मो० एजाज, मो० कयूम आदि मौजूद थे।