राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का आरंभ डॉ विधानचंद्र राय की जन्मतिथि पर अर्थात् 01 जुलाई को हुआ है।वे एक कुशल चिकित्सक होने के साथ श्रद्धाशील समाजसेवी भी थे।भारत भूमि चिकित्सा विज्ञान की जननी रही है। महात्मा चरक और सुश्रुत इसके अप्रतिम उदाहरण हैं। महामना सुश्रुत को दुनिया का आदि शल्य चिकित्सक माना जाता है। संसाधनों की किल्लत में भी प्राकृतिक व वानस्पतिक औजारों से उन्होंने महत्वपूर्ण अंगों की सूक्ष्मता से सफल शल्य क्रिया के विलक्षण उदाहरण प्रस्तुत किया है।इस दिवस की गरिमा और न्यायसंगत होती, यदि चिकित्सा शास्त्र के प्रणायक उन विभूतियों के नाम एक अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा दिवस घोषित कर करुणा सिंचित विचारगंगा की धाराएं बहाकर पीड़ित जीवमंडल की जीजिविषा का मार्ग आलोकित किया जाता।
....डॉ के के सिंह।