मामला जहटौली थाना सिरसा कलार क्षेत्र का है. जहटौली निवासी 24 वर्षीय सुमित कुमार पड़ोस की ही 21 वर्षीय सरला से प्यार करता है. दोनों में चल रहे प्रेम प्रसंग की परिजनों को भी भनक थी लेकिन शादी के लिए वह तैयार नहीं थे. बावजूद इसके दोनों ने शादी करने की ठान ली. सोमवार की रात युवती अपने प्रेमी के पास आने के लिए घर से पैदल ही निकल आई. यहां प्रेमी के घरवालों ने भी शादी पर एतराज जताया. गांव में पंचायत भी लगाई गई लेकिन लड़की के घर वाले तैयार नहीं हुए. इस पर दोनों ने हार नहीं मानी और थाना सिरसा कलार पहुंचकर मदद की गुहार लगाई.
शादी में नहीं गूंजी शहनाई, पुलिस बनी बाराती
प्रेमिका को जब घरवालों ने समझाया तो वह नहीं मानी और वह अपने घर से प्यार की मंजिल को पाने के लिए निकल पड़ी. फिर पास के ही रहने वाले प्रेमी रास्ते से उसे अपने साथ ले आया. जब प्रेमी के घरवाले भी राजी नहीं हुए तो दोनों ने थाने जाकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई. पुलिस ने दोनों के परिजनों से बातचीत कर जब उनके बालिग होने की बात कही, तो परिजनों को भी उनके प्यार के सामने घुटने टेकने पड़ गए.
गांव के मन्दिर में प्रेमिका की मांग में भरा सिंदूर
कस्बे के ही एक कथरी मंदिर में दोनों ने शादी की और हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए. हालांकि इस शादी के दौरान दोनों ने ही लॉक डाउन के नियमों का पालन भी किया. सोशल डिस्टेंसिंग का ख़्याल रखते हुए व मास्क पहनकर ही शादी रचाई.
थानाध्यक्ष ने दोनों के परिजनों को थाने बुलाया और बातचीत की. दोनों के ही परिजन मानने को तैयार नहीं थे लेकिन प्रेमी युगल भी अपनी जिद पर अड़ा रहा. आखिर में पुलिस ने जब दोनों के बालिग होने की बात रखी तो युवती के परिजन उससे रिश्ता तोड़कर चले गए जबकि प्रेमी के परिजन दोनों के प्यार के आगे झुक गए. शाम के वक्त गांव के ही एक कथरी मंदिर में प्रेमी युगल ने लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए पहले मास्क पहना और फिर एक दूसरे को वरमाला पहनाई.