बिहार : डंसने के बाद सांप को अस्पताल लेकर पहुंच गया युवक, डॉक्टर से बोला इसी ने है काटा, करो मेरा इलाज
DESK : किशनगंज सदर अस्पताल में रात को उस वक्त अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया जब इलाज कराने के लिए पहुंचा सर्पदंश का शिकार युवक अपने साथ विषधर को भी ले आया। रस्सी से बंधे विषधर को देख अस्पताल कर्मी भयभीत हो गए। युवक ने डॉक्टर से कहा कि इसी सांप ने मुझे डंस लिया है।
कुछ कीजिए औरा मेरा विष उतार दीजिए। वे डॉक्टर को सांप दिखाने लगे। कहते हुए वह बेहोश होकर गिर पड़ा। ड्यूटी पर तैनात डॉ सुरेश प्रसाद ने विषधर को एक कांच के बर्तन में बंद कर दिया। लेकिन तब तक सांप का जहर पूर्णिया जिले के रौटा थाना क्षेत्र स्थित धुमनिया गांव निवासी जीवन कुमार राम पिता उपेंद्र राम के शरीर में फैलने लगा था।
चिकित्सक ने फौरन मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर उसका इलाज प्रारंभ किया। लगभग 34 भाइल विषरोधी दवा देने के बाद मरीज की जान बच गई। स्वजनों ने बताया कि शनिवार रात को जीवन कुमार शौच के लिए बाथरूम गया था। जहां विषधर ने उसके पैर में डंक मार दिया। घटना से परेशान जीवन ने विषधर को पकड़ लिया।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही स्वजनों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। विष की पहचान के लिए जीवन विषधर को भी साथ सदर अस्पताल ले आया। हालांकि जीवन के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद स्वजनों ने विषधर को पास के जंगल में छोड़ दिया।
स्थानीय सदर अस्पताल में शनिवार देर शाम को उस वक्त हड़कंप मच गया जब मेडिकल जांच कराने के लिए पहुंचा आरोपित पुलिस की चंगुल से भाग निकला। हालांकि पुलिस जवानों ने स्थानीय लोगों की मदद से आरोपित को पीछा कर दबोच लिया। इसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच टाउन थाना लाया गया और फिर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार संध्या गश्ती पर निकली टाउन थाने की पुलिस ने सदर अस्पताल के पीछे गांधी नगर गिद्धागाछी में शराब के नशे में हंगामा कर रहे रघुबीर पासवान, पिता सुरेन्द्र पासवान को दबोच लिया था।
टाउन थाना में आरोपित के विरूद्ध मद्यनिषेध अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करने के बाद पुलिस उसे मेडिकल के लिए सदर अस्पताल ले गई। इस दौरान आरोपित रघुवीर मौका देखकर पुलिस के चंगुल से भाग निकला।
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