PATNA : बिहार की शिक्षा और परीक्षा व्यवस्था अक्सर किसी न किसी कारामात को लेकर चर्चा में रहती है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटर परीक्षा में एक से बढ़कर एक गड़बड़ी सामने आ रही है। ताजा मामला हैरान करनेवाला है। खगडिया जिले के इंटरमीडिएट परीक्षा के एक केंद्र में 211 छात्राओं के बीच एक छात्र परीक्षा दे रहा है। जबकि यह केंद्र सिर्फ छात्राओं के लिए है। अकेले छात्र के लिए इस केंद्र पर बेहद असहज स्थिति उत्पन्न हो जाती है। खुद छात्र और कर्मियों की यह गलती चर्चा का विषय बन गया है।
इस संबंध में बिहार केसरी एवं मोती हजारी इंटर विद्यालय डुमरिया बुजुर्ग के प्रधान मु. सोहेब अहमद जहिरी कहते हैं कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा रजिस्ट्रेशन से लेकर फॉर्म भरने तक में कई बार सुधार के अवसर दिए जाते हैं। कोरोना काल में जब डमी एडमिट कार्ड निकाला गया, जिसे छात्र दीपक को बुलाकर भी दिखाया गया।
बार-बार चेक करने के बाद भी गलती पर किसी का ध्यान नहीं गया। छात्र के लिंग में मेल की जगह फीमेल भरा था। इस पर चेक करने के समय किसी का ध्यान नहीं गया। छात्र ने भी इस बात पर डमी एडमिट कार्ड चेकिंग के समय ध्यान नहीं दिया। इस कारण दीपक का केंद्र छात्राओं के साथ दे दिया गया है। विद्यालय प्रधान ने कहा कि इससे क्या परेशानी है। इसे बाद में ठीक करवा दिया जाएगा। लेकिन छात्र दीपक ने कहा कि वह इस केंद्र पर परीक्षा देने में सहज महसूस नहीं करता। कई बार काफी परेशानी होती है।