BIHAR-कृषि बिल पर किसानों के संग्राम के बीच तमाम बयानों का दौर जारी है. राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठन भी अपने हिसाब से बयान दे रहे हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी और किसान आंदोलन
बिहार विधानसभा चुनाव में प्लूरल्स पार्टी की सीएम कैंडिडेट रह चुकीं पुष्पम प्रिया ने मंगलवार को ट्वीट करके अपनी बातें रखी. उन्होंने प्रसिद्ध लेखक प्रेमचंद के उपन्यास ‘कर्मभूमि’ की दो लाइन्स का जिक्र किया.
उपन्यास के हवाले से लिखा- ‘किसान में मरजाद है. मर्यादा छिनी, किसान का गौरव कुचल जाता है.’ बता दें उपन्यास में किसानों की पीड़ा है और उनके हाल का भी जिक्र किया गया है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने किसानों के प्रदर्शन पर अपनी बातों को कहने के लिए ‘कर्मभूमि’ की लाइन्स का इस्तेमाल किया है.
लंदन रिटर्न पुष्पम प्रिया चौधरी कौन हैं?
बिहार चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी और उनकी प्लूरल्स पार्टी के खूब चर्चे हुए थे. चुनाव के पहले ही वो खुद को बिहार की नेक्स्ट सीएम घोषित कर चुकी थीं. चुनाव प्रचार के दौरान भी उन्होंने अपने खास अंदाज में मतदाताओं से बात की.
चुनाव रिजल्ट में पुष्पम प्रिया चौधरी और उनकी पार्टी बुरी तरह हारी है. यहां तक खुद पुष्पम प्रिया चौधरी को भी बांकीपुर और बिस्फी सीट से हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि, सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने वाले पुष्पम प्रिया ने अब किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा है.