BIHAR-BEGUSARAI के तेघड़ा थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में दबंगों के डर से एक परिवार अपना घर छोड़ कर दर-दर की ठोकरें खा रहा है। स्थानीय पुलिस ने जब कोई मदद नहीं की तो जान-माल की हिफाजत के लिए घर छोड़ना मजबूरी बन गई।
पीड़िता पूनम देवी ने बताया कि 25 नवंबर को उसके घर की खिड़की तोड़कर लूटपाट की गई और फिर दबंगों द्वारा घर में आग लगा दी गई। इस घटना में उनकी सास किसी तरह अपनी जान बचाकर निकल पाई।
पीड़ित परिवार ने शनिवार की शाम एसपी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है। उसे उम्मीद है कि पुलिस के बड़े साहब जरूर मदद करेंगे।

क्या है मामला
पीड़िता का कहना है कि उसकी गोतनी का बेटा गांव की एक लड़की के साथ कहीं चला गया था। इसको लेकर लड़की पक्ष वालों ने उस महिला को घर से निकालकर न सिर्फ अपमानित किया, बल्कि उनके साथ गलत हरकत भी की गई। पीड़िता ने बताया कि लड़की को खोजने में उसके पति ने पुलिस की काफी मदद की। लड़की बरामद भी हो गई, फिर भी उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
पीड़िता ने बताया कि इस मामले की लिखित और मौखिक सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस घटनास्थल पर एक बार भी नहीं आई। इसलिए वे लोग पूरे परिवार के साथ दबंगों के डर से घर छोड़ कर इधर-उधर रहने को विवश हैं। उन्होंने एसपी को दिए आवेदन में जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई है।
क्या कहा एसपी ने
बेगूसराय एसपी अवकाश कुमार ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच तेघड़ा एसडीपीओ के द्वारा करवाई जाएगी और अनुसंधान के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।