BIHAR-SAMASTIPUR-VIBHUTIPUR- भारत का छात्र फेडरेशन एसएफआई के द्वारा उत्तर प्रदेश के हाथरस घटना प्रकरण को लेकर मनीषा बाल्मीकि को न्याय के लिए शुक्रवार के देर संध्या कैंडल मार्च विभूतिपुर प्रखंड के भुसवर गांव में निकाला गया। जिसका नेतृत्व एसएफआई स्थानीय शाखा सदस्य मनीषा कुमारी ने की।
मौके पर एक श्रद्धांजलि सभा हुई।सभा को संबोधित करते हुए एसएफआई जिला अध्यक्ष अवनीश कुमार ने कहा कि आज हमारे देश में बेटियों पर अत्याचार चरम सीमा पर है।उत्तर प्रदेश की हाथरस घटना के ढोंगी योगी सरकार के संघी राम राज्य एवं भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा पर्दाफाश कर दिया।
योगी सरकार ने पीड़िता के परिजनों के धार्मिक व सांस्कृतिक अधिकारों पर हमला कर अपने तानाशाही का परिचय दिया है।जब कुछ मीडिया कर्मियों ने बहन मनीषा को न्याय के लिए आवाज उठाने का काम किया।तब योगी सरकार ने मीडिया कर्मियों पर भी तानाशाही रवैया अपनाया और मामले को दबाने की कोशिश की।
यह लोकतंत्र पर हमला करने का ताजा उदाहरण है।इसलिए इस सभा के माध्यम से हम मांग करते हैं कि बहन मनीषा के हत्यारों को फांसी व परिजनों को 50 लाख मुआवजा राशि दो।
इतना ही नहीं इस मामले को रफा-दफा करने में लगे तमाम अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।साथ ही इस मामले में संलिप्त योगी सरकार से इस्तीफा लिया जाए।
मौके पर काजल कुमारी,प्रीति कुमारी,रूपम कुमारी,मनीषा कुमारी, हिरा कुमारी,प्रियंका कुमारी,श्वेता कुमारी,सोनम कुमारी,मनीषा कुमारी,राधे कुमार,किशो कुमार,रवि शंकर कुमार,पिंटू कुमार,गुलशन कुमार सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
पलटन साहनी संवाददाता समस्तीपुर की रिपोर्ट