वटवृक्ष की आराधना कर सुहागिन स्त्रियों ने की पति के दीर्घायु की कामना
सहरसा - सावित्री वटवृक्ष की पूजा अर्चना को लेकर पुरे प्रखंड क्षेत्र में अध्यात्म का वातावरण कायम रहा।सहरसा जिला से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में भी वटवृक्ष पूजा की धूम व उमंग देखी गई।शुक्रवार के दिन अहले सुबह घर की सुहागिन महिलाऐं नहा धोकर नए वस्त्र धारण कर पवित्र पूर्णरूप से पूजा की थाल लिए वटवृक्ष की धूमधाम से पूजा अर्चना कर उनके चारो ओर रक्षा सूत बांधकर अपने पति के दीर्घायु होने की मंगलकामना की है।
इस दौरान महिलाऐं दिनभर उपवास रखकर ईश्वर की आराधना की है। पटेल नगर , वार्ड नंबर -31 की प्रियंका कुमारी ने बताया कि दरअसल धार्मिक कथा मान्यताओं के अनुसार एक बार जंगल में सावित्री के पति सत्यवान को विषधारी सर्प ने डस लिया जिससे सत्यवान की मृत्यु हो गई,लेकिन अखंड तप और साधना के फल से सावित्री ने अपने पति की प्राण यमराज से छीनकर वापस लाने सफल हुई थी।
दूसरी मान्यता यह भी है कि वटवृक्ष की आयु अधिक होती है इसलिए सुहागिन महिलाऐं अपने पति परमेश्वर के दुर्घायु होने की मन में कामना लिए वटवृक्ष की पूरी श्रद्धाभक्ति से पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेती है।सावित्री वटवृक्ष पूजा को लेकर शहर में चहल पहल रही। हालाँकि इस दौरान भी व्रती महिलाऐं सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखकर पूजा अर्चना सम्पन्न की है।
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